दीवानगी

एक मेला था दीवानगी का,
जिसने हर किसी को प्यार में डुबोया,

एक मेला था दीवानगी का,
जिसने हर किसी को प्यार में डुबोया,

एक आंधी आई उसे उड़ा ले गयी,
एक आंधी आई उसे उड़ा ले गयी,


वहां मोजूद हर शख्स को उसने प्यार में रुलाया !!

Comments

Popular posts from this blog

नई धरती का संविधान।

मुझे अभी दूर जाना है - गोपाल

आधी तुम